न्यूज स्टैंड18 नेटवर्क
मुंबई। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाराष्ट्र के अमरावती स्थित अचलपुर की एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मैं एक योगी हूं और एक योगी के लिए देश पहले होता है। खड़गे जी आपके लिए कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीति पहले है। पिछले 3 दिन से कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे जी मुझपर नाराज हैं। मैं कह रहा हूं खड़गे जी एक योगी के लिए देश सबसे पहले है। मेरे नेता मोदी जी के लिए देश पहले है। लेकिन आपके लिए कांग्रेस का तुष्टीकरण सर्वोपरि है। खड़गे जी का गांव हैदराबाद के निजाम के आधीन रहने वाला एक गांव था।
उन्होंने कहा कि भारत जब अंग्रेजों के आधीन था तो कांग्रेस का उस समय का नेतृत्व मुस्लिम लीग के साथ मिलकर मौन बना हुआ था। इसीलिए मुस्लिम लीग उस समय हिंदुओ को चुन चुनकर मार रहा था। इसी आग में मल्लिकार्जुन खड़गे का गांव भी जलाया गया था, जिसमें इनकी माता जी और परिवार मारा गया। लेकिन खड़गे जी इसको नहीं कहते क्योंकि जानते हैं कहेंगे तो मुस्लिम वोट खिसक जाएगा। वोटबैंक के खातिर अपने परिवार का बलिदान भूल गए।
दरअसल, मल्लिकार्जुन खड़गे ने झारखंड में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और संतों को लेकर कहा था कि कई साधु अब राजनेता बन गए हैं और वे गेरुआ कपड़े पहनकर समाज में नफरत फैला रहे हैं और लोगों को बांटने की कोशिश कर रहे हैं।
मल्लिकार्जुन खड़गे की माताजी को किसने जलाया
यह घटना उन दिनों की है जब देश आजाद हुआ था। उस समय खड़गे का बरबट्टी गांव हैदराबाद के निजाम के अधीन आता था। हैदराबाद का निजाम खुद पाकिस्तान में शामिल होना चाहता था। उसी दौरान निजाम के इशारे पर मुस्लिम लीग के लोगों ने खड़गे के गांव पर हमला कर दिया। इस हमले के दौरान हुई आगजनी में खड़गे की माताजी के जिंदा जलने की खबर बताई जाती है। खुद खड़गे अपने पिता के साथ भागकर 3 महीने तक जंगल में छुपे रहे। जब स्थिति शांत हुई तब जंगल से बाहर आए।