न्यूज स्टैंड18 नेटवर्क
गांधीनगर। गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्रभाई पटेल द्वारा मुख्यमंत्री कार्यालय, गांधीनगर में ‘विश्व डाक दिवस’ ( 09 अक्टूबर) पर कस्टमाइज्ड डाक टिकट और एक विशेष आवरण व विरूपण जारी किया गया। इस अवसर पर गुजरात सर्किल के मुख्य पोस्टमास्टर जनरल श्री गणेश सावलेश्वरकर, उत्तर गुजरात परिक्षेत्र, अहमदाबाद के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव, अदाणी पोर्ट्स एवं स्पेशल इकोनॉमिक जोन के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री करण अदाणी और अदाणी एंटरप्राइजेज लि. के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री राजेश अदाणी उपस्थित रहे।
गौरतलब है कि मुंद्रा ने बंजर भूमि से भारत के सबसे बड़े बंदरगाह बनने तक का सफर तय किया है। एक छोटी सी जेटी के रूप में शुरू हुआ मुंद्रा, आज भारत का विशालतम वाणिज्यिक बंदरगाह है। पिछले 25 वर्षों के दौरान अदाणी समूह ने मुंद्रा क्षेत्र में 70 हजार करोड़ रूपये का निवेश किया गया है, जिससे यह क्षेत्र 7.5 करोड़ से अधिक कार्य दिवसों का रोजगार सूचित कर एक आर्थिक महाशक्ति के रूप में उभरा है। अदाणी फाउंडेशन ने देश और राज्य के राजकोष में 2.25 लाख करोड़ रुपए से अधिक का योगदान किया है और मुंद्रा के 61 गाँवों के 3.5 लाख से अधिक लोगों के चेहरों पर मुस्कान बिखेरी है।
डाक टिकटों के माध्यम से भारत के इतिहास, सामाजिक-आर्थिक व्यवस्था, संस्कृति, कला तथा विरासत का वैश्विक स्तर पर प्रचार-प्रसार हो रहा है। वस्तुत: कस्टमाइज्ड कॉर्पोरेट डाक टिकट, व्यक्तिगत पसंद के अनुसार मुद्रित डाक टिकटों की शीट है। इसके अंतर्गत कॉरपोरेट निकाय, संगठन एवं संस्थाएं अपनी पसंद के अनुसार डाक टिकट मुद्रित करवा सकते हैं। भारतीय डाक ‘कॉर्पोरेट डाक टिकट” के जरिए व्यवसायों को अपने ब्रांड की पहचान और संपर्क में वृद्धि करने का एक अनोखा अवसर प्रदान करता है। इससे न केवल कंपनी की दृश्यता बढ़ती है, बल्कि यह ग्राहकों के साथ एक मजबूत संबंध भी बनाता है। कंपनी इस कॉर्पोरेट डाक टिकट का उपयोग डाक भेजने के लिए कर सकते हैं, जिससे हर पत्र या पार्सल के साथ उनके ब्रांड का प्रचार होता है।