न्यूज स्टैंड18 नेटवर्क
अहमदाबाद। ‘दि आइडियल एण्ड ग्रेट स्टैम्प्स’ पेंटिंग प्रदर्शनी का उद्घाटन उत्तरी गुजरात परिक्षेत्र, अहमदाबाद के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने 21 अगस्त को किया। अहमदाबाद के रविशंकर रावल कला भवन, एलिस ब्रिज में आयोजित तीन दिवसीय इस प्रदर्शनी में कलाकर श्री बिपिन चंद्र नाथूराम धमेल की महात्मा बुद्ध विषयक कलाकृतियों एवं डाक टिकटों पर आधारित पेंटिंग्स को प्रदर्शित किया गया है। गुजरात राज्य ललित कला अकादमी द्वारा प्रायोजित यह प्रदर्शनी 23 अगस्त तक सुबह 11 बजे से शाम 7 बजे तक देखी जा सकती है। पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने दीप प्रज्वलन कर प्रदर्शनी का उदघाटन किया और तत्पश्चात विभिन्न कलाकृतियों का अवलोकन किया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में बौद्ध गुरु धम्माचारी आनंद शाक्य, सेठ सी.एन कॉलेज ऑफ फाइन आर्टस के पूर्व विभागाध्यक्ष श्री जयेन्द्र पंचोली, वाटर कलर आर्टिस्ट श्री भारत भट्ट भी उपस्थित रहे।
इस अवसर पर पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने अपने संबोधन में कहा कि महात्मा बुद्ध के जीवन के विभिन्न पक्षों के साथ-साथ साहित्य, कला, संस्कृति, शिक्षा, अध्यात्म, स्थापत्य कला के विभिन्न पहलुओं को सहेजती यह कला प्रदर्शनी अनुपम है। पेंटिंग एक विधा के साथ-साथ हमारे समाज और परिवेश का प्रतिबिंब भी है। इन कलाकृतियों में हमें समाज की अनूठी झलक दिखती है। मात्र आड़ी तिरछी लाइनें खींचकर उनमें रंग भर देना ही पेंटिंग नहीं है बल्कि उसमें संवेदना और सामाजिक सरोकार भी प्रतिबिंबित होना चाहिए।
कलाकार श्री बिपिन चंद्र द्वारा महात्मा बुद्ध के साथ विभिन्न महापुरुषों और विविध विषयों पर जारी डाक टिकटों को पेंटिंग्स में उकेर कर प्रदर्शित करने की उन्होंने सराहना की। श्री यादव ने इंगित किया कि डाक टिकट वास्तव में एक नन्हा राजदूत है, जो विभिन्न देशों का भ्रमण करता है एवम् उन्हें अपनी सभ्यता, संस्कृति और विरासत से अवगत कराता है। हर डाक टिकट के पीछे एक कहानी छुपी हुई है और इस कहानी से आज की युवा पीढ़ी को जोड़ने की जरूरत है। गुजरात की धरती पर जन्मे ‘राष्ट्रपिता’ महात्मा गाँधी जी ने अपने विचारों और कर्मों से पूरी दुनिया में प्रतिष्ठा हासिल की, यही कारण है कि दुनिया में सबसे ज्यादा डाक टिकट महात्मा गाँधी पर जारी हुए। पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कला प्रदर्शनी की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसी प्रदर्शनी का आयोजन होना चाहिए जिससे कि कुछ नयापन लोगों को देखने को मिले। उन्होंने कहा कि श्री बिपिन चंद्र की कलाकृतियाँ “अप्प दीपो भव” की संस्कृति को बढ़ावा देती हैं। इससे अधिक से अधिक लोगों को जुड़ना चाहिए।
पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि डाक टिकट संग्रह और इसके अध्ययन की विधा फिलेटली के क्षेत्र में डाक विभाग द्वारा तमाम नए कदम उठाये जा रहे हैं। इसका उद्देश्य बच्चों में रचनात्मकता के विकास के साथ-साथ यह भी है कि तमाम समसामयिक विषयों, घटनाओं, देश की विभूतियों, जैव विविधता आदि से बच्चे इन डाक टिकटों के माध्यम से रूबरू हो सकेंगे। फिलेटली का शिक्षा प्रणाली को मजबूत करने में अहम योगदान है। डाकघरों में मात्र 200 रूपये की आरम्भिक राशि से फिलेटली डिपाजिट एकाउंट खोलकर घर बैठे डाक टिकटें मंगाई जा सकती हैं। इससे युवाओं और बच्चों को ज्ञान के साथ-साथ एक अच्छी हॉबी अपनाने की प्रेरणा भी मिलेगी।
कलाकर श्री बिपिन चंद्र ने बताया कि ‘वन मैन एक्जीबिशन ऑफ पेंटिंग्स’ के तहत लगाई गई उनकी इस प्रदर्शनी का उद्देश्य महात्मा बुद्ध के जीवन के विभिन्न प्रसंगों एवं डाक टिकटों के माध्यम से प्रतिबिंबित किये गए विभिन्न महापुरुषों, सांस्कृतिक सरोकारों एवं अन्य समसामयिक विषयों को पेंटिंग्स में समाहित कर उनके माध्यम से जनजागरूकता को बढ़ावा देना है। उन्होंने बताया कि इसके बाद 19 से 21 अक्टूबर के मध्य गोवा स्थित उज्वल आर्ट गैलरी में इन पेंटिंग्स की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। उन्होंने इस अवसर पर पोस्टमास्टर जनरल की एक पेंटिंग भी स्मृतिस्वरूप भेंट की।