bhagalpur bridge collapse: अगुवानी-सुल्तानगंज का निर्माणाधीन गंगा पुल गिर गया। पिछले साल भी इसी पुल का यही हिस्सा गिरा था।
एक स्थानीय निवासी ने मीडिया से कहा, अभी पुल पर गाड़ी भी नहीं चली, अगर गाड़ी चलेगी तो क्या होगा पता नहीं। हमें लगता है कि उससे पहले ही सब टूट जाएगा। हम इसकी जांच चाहते हैं। यह बात दिल्ली तक जानी चाहिए।
इस ब्रिज को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने नीतिश कुमार की सरकार को घेरने का प्रयास किया है। भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट कर लिखा है कि, आज बिहार में भागलपुर के सुल्तानगंज और खगड़िया के बीच गंगा नदी पर बन रहा पुल भरभरा कर गिर गया। 2015 में नीतीश कुमार ने इस पुल का उद्घाटन किया था जिसका निर्माण 2020 तक पूरा होना था।
ये पुल दूसरी बार गिरा है। क्या नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव इस घटना का संज्ञान लेते हुए तुरंत इस्तीफ़ा देंगे? ऐसा करके दोनों चाचा-भतीजा देश के सामने एक मिसाल क़ायम कर सकते हैं।
एक अन्य व्यक्ति ने ट्विटर के माध्यम से एक अखबार की पुरानी कटिंग के साथ लिखा है कि, सितंबर 2020 में प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार में इस पुल का शिलान्यास किया। यह केंद्र सरकार का प्रोजेक्ट है। मैं पहले ही बोला था कि यह आदमी ही मनहूस है। रेल का उद्घाटन किए वह एक्सिडेंट हो गया। पूल का उद्घाटन किए पूल गिर गया।जब उद्घाटन किया तब खबर के साथ पुल की चमकती दमकती फोटो लगा दी।