राज कुमार सोनी
सागर। तिली वार्ड के सनराईज टाउन के पास स्थित प्रेम परिणय मैरिज गार्डेन में स्थानीय पार्षद मनोज चौरसिया के संयोजन में चल रही 7 दिवसीय संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा की पांचवें दिन की शृंखला में श्रीधाम बरसाना से पधारे सुप्रसिद्ध कथावाचक परमपूज्य पं. श्री स्नेह बिहारी जी महाराज ने आयोजनस्थल पर कथा श्रवण करने उमड़े विशाल श्रद्धालु समुदाय से कहा कि जब आप ठाकुर जी से अपना नाता जोड़ लोगे, आपका ओहदा, कद्र लोगों की नजर में निरंतर बढ़ती चली जाएगी। ठाकुर जी घर ही मात्र एक ऐसा है, जहां से कोई विनती व्यर्थ नहीं जाती, संतुष्ट होती ही है। मकान, दुकान, नौकरी, संतान, आदि सारे सुख-वैभव सब हासिल हो जाता है। इसलिए प्रभु के हो जाओ, गोविंद के गीत गाओ,वे आपकी झोली खुशियों से अवश्य ही भर देंगे।
महाराजश्री ने अपने प्रवचन में भागवत जी की आध्यात्मिक यात्रा कराते हुए कन्हैया की बृज में विविध अल्हड़ता भरी-नटखटिया व विस्मयकारी बाल लीलाओं के प्रसंग सुनाए, पूतना-स्तनपान, कालिया नाग मर्दन, चकलेश्वर महादेव के चरित्र का भी वर्णन किया तथा भगवान शंकर के बालकृष्ण के दर्शन करने पहुँचने का मोहक प्रसंग सुनाते हुए कहा कि बृजवासी साक्षात कन्हैया हैं, उन्हें साधारण मनुष्य मत समझिए। उन्होने कहा कि तुलसी को कभी मात्र पौधा न समझें, गइया को महज मवेशी न मानें और बृजवासियों को साधारण मनुष्य न समझिए, क्योंकि ये तीनों साक्षात नंदकिशोर हैं। बुधवार की कथा में गिरिराज-पूजन का प्रसंग विशेष आकर्षण का केंद्र रहा। इस अवसर पर यहां मनोहारी झांकी सजाई गई थी। कथा का श्रवणपान करने आज सागर के विधायक शैलेंद्र जैन भी पहुंचे। उन्होंने महाराजश्री को पुष्पमाला पहना कर नमन किया तथा महाराज जी से आशीर्वाद प्राप्त किया।
कथा के दौरान पं. श्री स्नेह बिहारी जी महाराज समेत उनके सहायक गायन-वादन वृंद समूह शामिल लोकेश भैया (की-बोर्ड), सुनील भैया (ढोलक), पप्पू भैया (ऑटो पैड) ने जब अपने मधुर सुर में जब भक्ति गीत, बधाइयां आदि सुनाए, तो आस्था के आनंद में डूबा समूचा श्रद्धालु समुदाय झूमता हुआ नृत्यरत हो उठा। श्रीमती विमला चौरसिया, स्व. रामाप्रसाद चौरसिया, सुनील चौरसिया, शालिग्राम (गोवर्धन) चौरसिया, राजेंद्र चौरसिया के सहसंयोजन में 1 से 7 अप्रैल तक रखे गए इस ज्ञान यज्ञ की पूर्णाहुति के बाद 8 अप्रैल को सुबह 11 बजे यहां विशाल भंडारा व महाप्रसाद का कार्यक्रम आयोजित किया गया है। समारोह के प्रमुख सहयोगियों में पूर्व पार्षद कैलाश चौरसिया, सुशील तिवारी घाना वाले, राजीव चौरसिया, इंजीनियर वीरेंद्र चौरसिया, पुरुषोत्तम चौरसिया (बिल्डर-कल्पधाम), पार्षद हेमंत यादव, इंजीनियर प्रकाश चौबे, मनमोहन चौरसिया, इंजीनियर संतोष चौरसिया, रामरतन चौरसिया, राहुल पटेल, विकास चौरसिया आदि का समावेश है।