राज कुमार सोनी
सागर। तिली वार्ड के सनराईज टाउन के पास स्थित प्रेम परिणय मैरिज गार्डेन में चल रही 7 दिवसीय संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा में षष्टम दिवस पर हनुमान जयंती और श्रीकृष्ण-रुक्मिणी जी के विवाह का जल्लोष तारी रहा। स्थानीय पार्षद मनोज चौरसिया के संयोजन में हो रही इस कथा में श्रीधाम बरसाना से पधारे सुप्रसिद्ध कथावाचक परमपूज्य पं. श्री स्नेह बिहारी जी महाराज ने आयोजनस्थल पर उमड़े विशाल श्रद्धालु समुदाय को हनुमान जयंती की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सभी लोग अपना जीवन संवारने के लिए हनुमान चालीसा का नियमित पाठ करें। खासकर, विद्यार्थी तो अवश्य ही, क्योंकि हनुमान जी महाराज बल-बुद्धि-विद्या तीनों प्रदान करते हैं। साथ ही, बीच-बीच में समय निकाल कर सुंदरकांड का पाठ भी जरूर करें। सुंदरकांड का पाठ करने से जीवन में व्याप्त हर बुरा कांड समाप्त होता है। महाराजश्री ने कहा कि अपने जीवन से भक्ति कभी निकलने न दें। दम निकले, तो वह भी भगवान की भक्ति करते-करते।
महाराजश्री ने अपने प्रवचन में गिरिराज पूजन व्दारा इंद्र के गर्व हरण, बालकृष्ण का ग्वाल-गोपी-गऊ प्रेम, श्रीकृष्ण-रुक्मिणी विवाह के मर्मस्पर्शी प्रसंग सुनाते हुए जीवन में अत्यंत उपयोगी उसके गूढ़ अर्थ समझाए। श्रीकृष्ण-रुक्मिणी विवाह के दौरान पंडाल में बड़ी संख्या में उपस्थित बुजुर्ग-अधेड़ महिलाओं-युवतियों सभी ने वर-वधु के पांव पखारने व कन्यादान की रस्म निभाई। महाराज जी ने इस अवसर पर अपनी मधुर वाणी में प्रसंगानुरूप कई भजन व भक्तिगीत भी सुनाए, जिनकी लय पर यहां मौजूद श्रद्धालु समुदाय ने जम कर ठुमके लगाए। प्रवचन के आरंभ में महाराज जी ने कहा कि हनुमान जी अजर-अमर हैं, सतत् विद्यमान हैं, इसलिए उनकी उपासना अत्यावश्यक है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे मंगलवार का व्रत करें, संकल्प लें, हनुमान जी की निश्चित ही कृपा होगी। संकल्प लेना कठिन तो होता है, पर नियम बना लें, फिर देखिए, जीवन में निरंतर चमत्कार होते चले जाएंगे, सारे संकट कट जाएंगे।
श्रीमती विमला चौरसिया, स्व. रामाप्रसाद चौरसिया, सुनील चौरसिया, शालिग्राम (गोवर्धन) चौरसिया, राजेंद्र चौरसिया के सहसंयोजन में 1 से 7 अप्रैल तक चलने वाली इस भागवत कथा में पं. श्री स्नेह बिहारी जी महाराज के प्रवचन में गायन-वादन की जुगलबंदी की-बोर्ड पर लोकेश भैया, ढोलक पर सुनील कोहली और ऑटो पैड पर पप्पू भैया कर रहे हैं। समारोह के दौरान सह-आयोजक सुनील चौरसिया और उनकी धर्मपत्नी आरती चौरसिया ने इन तीनों सह-कलाकारों का तिलक कर व शॉल ओढ़ा करके सार्वजनिक अभिनंदन किया। श्रीमद् भागवत कथा के इस पुनीत ज्ञान यज्ञ की पूर्णाहुति के बाद 8 अप्रैल को सुबह 11 बजे यहां विशाल भंडारा व महाप्रसाद का कार्यक्रम आयोजित किया गया है। समारोह के प्रमुख सहयोगियों में पूर्व पार्षद कैलाश चौरसिया, सुशील तिवारी घाना वाले, राजीव चौरसिया, इंजीनियर वीरेंद्र चौरसिया, पुरुषोत्तम चौरसिया (बिल्डर-कल्पधाम), पार्षद हेमंत यादव, इंजीनियर प्रकाश चौबे, मनमोहन चौरसिया, इंजीनियर संतोष चौरसिया, रामरतन चौरसिया, राहुल पटेल, विकास चौरसिया, गौरव चौरसिया आदि का समावेश है।